;}}
; //]]>
हमारे बारे में
सम्पर्क सूत्र
मैसेज
भूमकाल
गोंडी रीती
_गोड़ी पाटा
_संगीत गुरु
_पेन / बाना
कविता
कहानी
वीडियो
फोटो
सोशल डायरी
कोसुर पेकोर
अभी - अभी
/
फोटो
/
रेला नृत्य करते हुए
रेला नृत्य करते हुए
Gond Gotul
फोटो
रेला नृत्य करते हुए
Reviewed by
Gond Gotul
on
December 09, 2021
Rating:
5
Popular Posts
क्या है 750, और गोंडी धर्म में 750 का अर्थ क्या है ?
750 का अर्थ है - 7 अर्थात - मनुष्य में सात प्रकार के गुण (1) सुख (2) ज्ञान (3) पवित्र (4) प्रेम करना (5) शांति (6)...
कोयतोरिन मानवों की खोज और आविष्कार में बीज संरक्षित करने की तकनीक
आज से हजारो साल पहले जब कोयतोर मानवों में क्रमिक विकास की प्रक्रिया चल रही थी, उस समय कोयतोर मानवों के बीच कई अद्भुत अविष्कार और खोजे हुईं, ...
गोंडी गीत
रे ~ रेला रे रे ला - रेला रे रे ला, रे रे लोयो रे रेला - रला रे रे ला - 2 1. ई ~ देवा देवानी, नुंग देवानी, ...
पाटा गुरु, डाका गुरु, बाजा गुरु, गोटुल के संस्थापक लिंगो पेन
कोयतोर परम्परा में गीत - संगीत और नृत्य कोयतोर संस्कृति की प्राण हैं, क्यूंकि कोयतोर गीतों में आज भी वही मिठास और प्रेम है जैसे कालांतर...
कोया पुनेम में "टोण्डा - मण्डा - कुण्डा" का दर्शन
" टोण्डा - मण्डा - कुण्डा संस्कार " और कोया पुनेम / सरना पुनेम / धर्म पुर्वी अवधारणा / गोण्डी पूनेम /प्रकृति मार्ग की ...
बीज पंडूम और आदिवासियों का मौसम विज्ञान
बीज पंडूम और आदिवासियों का मौसम विज्ञान आदिवासी समुदाय वर्षों से प्रकृति के साथ जुड़कर अपने आप को प्रकृति के अनुरूप ढाल कर जीता आ रहा...
जोहार शब्द का अर्थ व उपयोग
" जोहार " शब्द की कोयतोरियन ( प्रोटोआस्टेलाइड निग्रेटोयन ) समुदायों के गोण्डी आदि भाषाओं में अध्ययन ,
कोयतोर लया
हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है
Facebook
Subscribe
Enter your email address:
Categories
अबुझमाड़
(1)
आदिवासी जन जीवन
(25)
कविता
(3)
खबर
(4)
गोंडी पाटा
(3)
गोंडी रीती
(3)
दुनियादारी
(2)
फोटो
(20)
संगीत गुरु
(1)
सोशल मीडिया से
(1)
Followers
Videos